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गंभीर बीमारी से जूझ रहे विनोद खन्ना


किसी ने सच ही कहा है, "वक़्त इंसान को क्या से क्या बना देता है।" हाल ही में अभिनेता विनोद खन्ना की ऐसी तस्वीर सामने आई है जिसे देखकर उन्हें पहचाना मुश्किल हो रहा है। जी हाँ! अपने समय के सुपरस्टार विनोद खन्ना इस तस्वीर में बेहद कमजोर दिख रहे हैं। वे खुद के बल पर खड़े भी नहीं रह पा रहे हैं एवं उन्हें सहारा देने क लिए दो लोगों की जरूरत पड़ रही है।
Vinod Khanna

विनोद खन्ना को पिछले शुक्रवार गिरगांव के एचएन रिलायंस फाउंडेशन एंड रिसर्च सेंटर में एडमिट करवाया गया था। ख़बरें तो ऐसी थी कि विनोद को डिहाइड्रेशन की चलते भर्ती किया गया है, लेकिन असल बात ये है कि ये साल भर से किसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं।
विनोद खन्ना का नाम अपने समय के महानतम अभिनेताओं में लिया जाता है। विनोद ने अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत 1968 में आई फ़िल्म 'मन का मीत' से की थी। विनोद अपनी इस डेब्यू फ़िल्म में नेगेटिव रोल में दिखे थे। नेगेटिव क़िरदार में होने क बावजूद विनोद को बहुत सराहना मिली।

बीमारी ने कर दी ऐसी हालत

Vinod Khanna

अपने फ़िल्मी करियर के दौरान विनोद ना केवल अपनी अभिनय प्रतिभा, बल्कि अपने लुक्स की वज़ह से भी अन्य अभिनेताओं को टक्कर देते आये हैं। लेकिन अब बीमारी ने विनोद खन्ना को ऐसा कर दिया है कि उन्हें पहचानना मुश्किल हो रहा है।

बीमारी की बात पर परिवार ने साधी चुप्पी


1968 से अब तक 140 से अधिक फिल्मों में काम कर चुके विनोद खन्ना को असल में क्या बीमारी है। इस बारे में अभी कोई साफ़ बयान नहीं आया है। ये भी कहा जा रहा है कि उनका परिवार इस बारे में कुछ भी बताने को राजी नहीं है।

पाकिस्तान में हुआ था जन्म

विनोद खन्ना का जन्म 6 अक्टूबर 1946 को पाकिस्तान के पेशावर में हुआ था। भारत-पाकिस्तान बटवारें के बाद उनका परिवार मुंबई में बस गया। विनोद बचपन से ही इंजीनियर बनने का सपना देखा करते थे।

विनोद ने कबूला था कि उन्हें कैंसर है
कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि बीजेपी सांसद विनोद खन्ना ने अपने संसदीय क्षेत्र पंजाब के गुरदासपुर में कहा था कि उन्हें 2010 से कैंसर है, इसलिए वो पब्लिक्ली इतने एक्टिव नहीं रहते हैं।

सुनील दत्त के जरिये हुई बॉलीवुड में एंट्री

सुनील दत्त से विनोद खन्ना की मुलाकात एक पार्टी में हुई थी। उस समय सुनील के छोटे भाई सोम दत्त 'मन का मीत' बना रहे थे। इसमें सुनील दत्त के भाई का रोल करने के लिए नए एक्टर की तलाश थी, तब सुनील ने ये रोल विनोद खन्ना को ऑफर किया और इस तरह विनोद की बॉलीवुड में एंट्री हुई।

लगातार सुपरहिट देते रहे विनोद


बॉलीवुड में एंट्री के बाद तो जैसे विनोद ने हिट फिल्मों की झड़ी लगा दी। लहू के दो रंग, मेरे अपने, कुर्बानी, हत्यारा आदि उनकी सुपरहिट फिल्मों में से कुछ हैं।

राजनीतिक करियर भी ख़ास रहा है

1997 में बीजेपी के सदस्य बनने के बाद विनोद राजनेता भी बन गए। हालिया दिनों में विनोद खन्ना पंजाब के गुरदासपुर से बीजेपी सांसद हैं।
आख़िर में तो हम यही कहेंगे कि 71 की उम्र पार कर चुके विनोद खन्ना की बिगड़ती हालत वाक़ई चिंता का विषय है। हम कामना करते हैं कि उनकी हालत में जल्द ही सुधार आएगा और शायद हम उन्हें एक बार फिर किसी दमदार किरदार को निभाते हुए बड़े परदे पर देख पाएंगे।

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